Matrubhmi ke maan lesson ka upsanhar

Matrubhmi ke maan lesson ka upsanhar

इस एकांकी में वीर सिंह के माध्यम से यह बताया गया है कि राजपूत किसी भी सूरत में अपनी मातृभूमि को किसी के अधीन नहीं देख सकते हैं इसलिए राजपूत अपनी मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की भी परवाह नहीं करते हैं। इस पूरी एकांकी में राजपूतों की मातृभूमि के प्रति ऐसी ही एकनिष्ठा को दर्शाया है।अत: मातृभूमि से बढ़कर अन्य कुछ नहीं,उसका सम्मान करना और उसके प्रति प्रेम प्रदर्शित करना ही इस एकांकी का उद्देश्य है।