can i get the saransh and the uddeshya of the hindi chapter- MAHAYAGYA KA PURASKAR
written by yashpal jain of the book- icse sahitya sagar (2017).
उद्देश्य:
प्रस्तुत कहानी हमें नि: स्वार्थ भाव से कार्य करने की प्रेरणा देती है। साथ ही यह कहानी हमें प्राणी मात्र को भी उदारता से देखने का संदेश देती है। इस कहानी का सेठ बिना किसी फायदे और नुकसान के एक भूखे कुत्ते को अपना सारा भोजन खिला देता है। सेठ को इस नि: स्वार्थ कृत्य के लिए ईश्वर उसका फल देते हैं।
सारांश : प्रस्तुत कहानी में सेठ का दयालु होना, उन पर विपदा आना, मित्रों का साथ छोड़ना, पत्नी की सलाह पर यज्ञ बेचने जाना, रास्ते में भूखे कुत्ते को भोजन खिलाना,यज्ञ में सेठ से महायज्ञ माँगना, सेठ खाली हाथ लौट आना, सेठ और उसकी पत्नी को खजाना मिलना। इस आधार पर आप अपना सारांश लेखन लिखें।